किताबों की कहानी -24-Feb-2022
किताबों की कहानी.
कुछ प्रेम कहानी का सफर थम सा गया है,
नये सपने कही देखें जा रहे हो,
तो कही दिल टूट कर बिखर रहा हो,
हुआ ना मोहब्बत हम दोनों का ही मुकम्मल,
किसी किताब की कहानियो में हमारा भी प्रेम बंद होकर ना रह जाये,
कुछ जानबूझकर रूठें है वो हमसे,.
और हम चुपके से उन्हें दिल में बसाये जा रहे है,
नहीं रहना मुझे कहानी बनकर किताबों में,
तुम्हारी हथेलीयों के लकीरों में बसना चाहती हूँ,
मैं तुम्हारी नींद में,
तुम्हारे सपने में बसना चाहती हूँ,
मोहब्बत तो केवल कहानियाँ बनाती है,
मैं तो तेरे होठों की कविता बन ना चाहती हूँ,
जिसमे थोड़ा मैं हूँ,
थोड़े तेरे अल्फाज़ हो,
आज मैं बिखरी हुई हूँ,
एक रोज तू ही मुझे निखारेगा,
हाल हमारा क्या है ये उनको कभी पता ना चले,
ये सोचकर हम भी खुद की कहानी किताबों में लिखें जा रहे है।
प्रिया पाण्डेय "अनन्या "
Lotus🙂
25-Feb-2022 05:35 PM
Nice
Reply
Swati chourasia
25-Feb-2022 02:54 AM
Very nice 👌
Reply
Gunjan Kamal
24-Feb-2022 10:39 PM
Very nice
Reply